Friday, September 24, 2010

सितम्बर में आम का मज़ा


आज जब मैं स्कूल से लौटा तो देखा  की मेरे छोटे से आम के पेड़ का एक आम पक गया है तो मैंने उसे तोड़ लिया और उसे चखा. जितना छोटा मैं हूँ उतना ही छोटा

  मेरा पेड़ है पर उसमें जाड़े  में भी फल लगता है.  वैसे पता नहीं ये आम कैसे छुट  गया क्योंकि बाकी टिकोलों को तो मैं रोज सुबह तोड़ कर जमीन में गाड कर पेड़ उगने की  कोशिस किया करता था.

मेरा आम

मैं और मेरा आम


Thursday, September 23, 2010

मुझे ढूँढो तो जानू

देखा इतना बड़ा गुब्बारा की इसके पीछे से मैं ही नज़र नहीं आ रहा हूँ. मुझे देखना है तो बस एक पिन की जरूरत पड़ेगी. पिन चुभाओ और मुझे पाओ. लेकिन उसके बाद मुझे चुप करना बहुत ही मुस्किल काम है क्योंकि जब मैं रोना शुरु करता हूँ तो चुप नहीं होता हूँ . balloon से खेलना मुझे बहुत पसंद है. अगर गलती से एक फूट गया तो पापा को उसी समय दूसरा लाना पड़ता है. 

मेरा गुब्बारा

देखो मेरा गुब्बारा  इसे मैंने  फुलाया है
इसमें मैंने इतना हवा भरा की मेरे मुह का सारा हवा ही ख़तम हो गया

Sunday, September 19, 2010

My Drawing

मेरे सपनों का घर

Fruit Chart


ये फ्रूट  चार्ट मैंने बनाया है
लेकिन  इनमें से कोई भी फल खाना मुझे अच्छा नहीं लगता
पर मम्मी मुझे जबरदस्ती खिलाती है
मुझे तो सिर्फ इनका चित्र बनाना पसंद है

नकलची बन्दर

जिस दिन पापा से पहले मुझे पेपर मिल जाता है उस दिन मैं भी उसी जगह बैठ कर पेपर पढता  हूँ . आखिर पापा की कुर्सी मुझे ही ही मिलनी है तो सीढ़ी क्यों नहीं.
पता है मैं पेपर में क्या खोजता हूँ ..... की आज स्कूल बंद है की नहीं...

पापा का पेपर पढना

मेरे पापा रोज सुबह घर के बाहर से एक सीढ़ी
है ऊपर जाने के लिए उसपर बैठ के पेपर पढ़ते हैं

My Dance

http://www.youtube.com/watch?v=l_NkrFFBckE
जब मैं छोटा था मुझे टीवी के सामने डांस करना बहुत पसंद था वह भी अपने मन से किसी भी गाने पे. गाना चाहे कोई भी चल रहा होता मेरा अलग ही राग चलता था. मेरा stage पता है क्या होता था ...... हा हा हा    carom-board .
उसके नीचे लगा है लगा सोफा का cushon . है न डांस करने के लिए बढ़िया stage . तो आप भी मेरे डांस का मज़ा लीजिये.