Friday, November 19, 2010

आज विश्व बाल अधिकार दिवस है. सभी बच्चों को मेरी तरफ से शुभकामना .

छठ की छुटियों में इस बार मुजफ्फरपुर में

इस बार जब मैं अपनी नानी के  घर मुजफ्फरपुर , बिहार गया तो मैं अपने अंकल के ऑफिस भी गया. वहां उनका चश्मा लगाकर खूब फोटो भी खिचवाया. तभी उनके यहाँ एक और छोटा बच्चा आ गया . पहले तो हम दोनों ने साथ में थोड़ा खेला और फिर जानते हैं क्या हुआ...
कैसा लग रहा हूँ. अच्छा न.
भैया ये चश्मा मुझे दे दो न प्लीज .
स्टाफ अंकल ने मुझसे चश्मा लेकर उसे दे दिया, कहा की वह छोटा है. तो क्या मैं भी तो छोटा ही हूँ और वैसे भी ये मेरे अंकल का  है.
गुस्सा ..... इसने मेरा चश्मा ले लिया और स्टाइल में फोटो खिचवा रहा है
बड़े होने में बहुत दिक्कत है . मेरे बारे में कोई नहीं सोचता . मै भी दुखी हूँ.