Thursday, January 13, 2011

मेरे दांतों का पहला विकेट गिरा

ये देखिये गयी मेरी पहली दांत और खुल गयी मेरी दांतों की खिड़की. पता है जब मेरा दांत टूटा तो मैं कितना रोया, इतना ..इतना.. इतना.. जितना की पूरा बीस दांत ही टूट गया हो और अब कभी नहीं आएगा.

2 comments:

rashmi said...

अब कैसा लग रहा है स्पर्श...अब तुमको भी सुनना परेगा...दाँत दिखाओ स्पर्श...

रावेंद्रकुमार रवि said...

हमारे कहते हैं --
क्या चूहा ले गया?